Tea stall: कहानी कोई भी हो उससे हमें बहुत कुछ सिखने को मिल सकता है। चाहे वो किसी चिज से प्रीत कहानी क्यो ना हो। कहानियों में इतनी ताकत होती है की जो इंसान किसी चीज को
करने से भागता है। लेकिन कहानियों को सुनने, पढ़ने या देखने के बाद उसे एक नई ऊर्जा मिल जाती है। कहानी से भी वैसे ही हंसी, दुःख और प्यार का अनुभव होता है जैसे खूबसूरत तस्वीर को
देख के लगता है.
(Chai ki Dukaan) Tea Stall story in hindi
चंद्रभान कैसे भी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था. उसके दो बच्चे थे क्योंकि पढ़ने में काफी तेज थे गरीबी के कारण अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहा था. चंद्रभान नौकरी की तलाश में
शहर चला गया वहां पर नौकरी खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल सकी.
चंद्रभान के घर पर एक दिन एक रिस्तेदार आये. चंद्रभान ने उनको चाय बनाके दी. चाय पिने के बाद रिस्तेदार ने बोला की तुम्हे नौकरी मिली की नहीं. चंद्रभान ने बोला अभी तक तो नहीं मिली.
रिस्तेदार ने बोला तुम तो चाय बहुत अच्छी बना लेते हो. क्यों न एक Tea stall खोल ले रहे हो. इस पर चंद्रभान बोलता है Tea stall से थोड़े घर का गुजरा हो पायेगा. रिस्तेदार ने बोला की तुम सच
में चाय बहुत अच्छी बना लेते हो. और दूसरे चायवालों से बहुत बेहतर.
चाय की दूकान खोलने का आईडिया
ये कहकर वो रिस्तेदार चला गया. काफी दिन हो गए नौकरी नहीं मिली। घर से भी काफी फाइनेंसियल दिक्कत होने लगी. तब उसने सोचा क्यों न एकबार चांस ले लिया जाये. कैसे भी करके थोड़े
मोड पैसे इधर उधर से लेके उसने एक छोटी सी Tea stall खोली। सुरुवात में कुछ दिन तो २ या ४ ग्राहक आ रहे थे लेकिन धीरे धीरे ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी.
अब तो उसके पास इतने ज्यादा कस्टमर हो गए की उसे दुकान को अकेले हैंडल करना मुश्किल हो गया. तब उसने दुकान पे दो लोगो को और रख लिया. दुकान पे काफी भीड़ बढ़ने लगी. अब वो
छोटी Tea stall हैंडल नहीं हो रही थी. तब चंद्रभान के पास पैसे भी अच्छी खासे हो गए की वो बड़ा शॉप खोल सके. उसने एक बड़ा Tea stall खोल दिया जिसमे चाय और पकौड़े भी बेचने लगा.
Emotional Story in Hindi
धीरे धीरे उसकी Tea stall पुरे नगर में खूब मसहूर हो गयी. अब चंद्रभान को समझ आ गया की मैंने अपने अंदर की कला को नहीं पहचान पाया था. और जिसे मै छोटा काम समझा आज उसे से
मै इतना तरक्की कर रहा हूँ. आगे जाके चंद्रभान ने हर स्टेट में अपने बड़े बड़े Tea stall शॉप खोल दिया. और वो करोड़ो का बिसनेस मैन बन गया. उसके कहानी के चर्चे बड़े बड़े अख़बारों में
होने लगी. और वो Tea stall से काफी फेमस हो गया.
हमको इस कहानी से यही प्रेरणा मिलती है की अपने अंदर की कला को पहचाना चाहिए. कभी भी किसी काम को छोटा नहीं समझाना चाहिए. हम जिस चीज में अच्छे हैं उसी पे पूरा ध्यान केंद्रित
करना चाहिए। इससे सफलता मिलाने की ज्यादा संभावना
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